Advertisement

शनिवार, २९ मार्च, २०१४

राष्ट्रगीत Rashtrageet

राष्ट्रगीत
जन-गण-मन अधिनायक, जय हे,
     भारत-भाग्य विधाता।
पंजाब-सिंध-गुजरात-मराठा-द्राविड़ उत्कल बंग,
विंध्य-हिमाचल-यमुना-गंगा,
     उच्छल-जलधि तरंग,
तव शुभ नामे जागे,
तव शुभ आशिष मांगे,
     गाहे तव जय-गाथा।
जन-गण-मंगलदायक जय हे,
     भारत-भाग्य विधाता।
जय हे, जय हे, जय हे,
     जय जय जय जय हे।।

कोणत्याही टिप्पण्‍या नाहीत:

टिप्पणी पोस्ट करा